Classics
वे रचनाएँ इस श्रेणी की शोभा हैं, जो विश्वस्तरीय होने के साथ-साथ समय की परिधि को लाँघ कर पाठकों व जनमानस में समादृत हुई हैं। क्लासिक के अंतर्गत आने वाले रचनाकार व उनकी वे विशिष्ट रचनाएँ हैं जो देश-काल के बोध के परे भी पाठकों को हमेशा से आकर्षित करती रहीं हैं। जिन पर चर्चा या जिनका पठन-पाठन सुदीर्घ कालखण्ड के अंतराल में भी क्रम में है। ज्ञानधारा का परिष्कार करने वाली ये रचनाएँ अब सांस्कृतिक विवेक का अंग हैं।