Identity Discourse
इस श्रृंखला की पुस्तकें आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं। बदलते समाज ने पारम्परिक ढाँचों को ध्वस्त किया है और व्यक्ति, समुदाय, समाज की अपनी-अपनी अस्मिता और उसकी पहचान के प्रति वह सचेत हुआ है। यह चेतना और इससे जुड़े संघर्ष विचार सरणी की नयी निर्मितियाँ गढ़ती हैं। आज के रचनाकारों द्वारा इन निर्मितियों के अनेक पाठ तैयार किये गये हैं और सेतु प्रकाशन उन्हें प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है।