Zakham ke charo aur

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About the Author:

(9-9-1942-6-12-1995) राजस्थान विश्वविद्यालय से प्रथम स्थान लेकर हिन्दी में एम.ए.। 'कल्पना' (हैदराबाद) और 'अकथ' (जयपुर) जैसी श्रेष्ठ साहित्यिक पत्रिकाओं के अलावा राजस्थान संगीत नाटक अकादमी एवं ललित कला अकादमी के विशिष्ट पत्रों 'रंगयोग' तथा 'आकृति' का सम्पादन किया। कुछ नाटकों का निर्देशन किया और कुछ छोटी फिल्में बनायीं। लेखन राजस्थानी और हिन्दी, दोनों भाषाओं में। साहित्य अकादमी का सर्वोच्च पुरस्कार 1975 में और फिर उसी वर्ष 'रसगन्धर्व' नाटक - पर कालिदास पुरस्कार मिला। अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी, जर्मन, पोलिश एवं जापानी तथा लगभग सभी देशी भाषाओं में रचनाओं का अनुवाद। प्रकाशन : उपन्यास : सफ़ेद मेमने, सरकण्डे की सारंगी, पत्तों की बिरादरी। कहानी-संग्रह : हवा में अकेले, भरत मुनि के बाद, त्वमेव माता, एकवचन-बहुवचन, चुनिन्दा चौदह। नाटक : रसगन्धर्व, बुलबुल सराय, दुलारी बाई, खेला पोलमपुर, हे बोधिवृक्ष, इकतारे की आँख, इलायची बेगम। एकांकी-संग्रह : सलवटों में संवाद। कविता-संग्रह : खण्ड खण्ड पाखण्ड पर्व, घास का घराना, बलराम के हजारों नाम। रिपोर्ताज : सखे सरोवर का भगोल। सम्पादन : अपने आसपास, द्वत और विलम्बित। संकलन : पिछला पहाड़ा। बाल-उपन्यास : सपारीलाल। बाल-कविताएँ : अनारदाना। जीवनी : ज्योर्जी दिमित्रोव।

ISBN: 818748229X
Author: Mani Madhukar
Binding:
Pages: 160
Publication date:
Publisher: Setu Prakashan Samuh
Imprint: Vagdevi
Language: Hindi