Navneet Pandey

जन्म 26 दिसम्बर, 1962 सादुलपुर , निवासी : नोहर, फिलहाल : बीकानेर। एम.ए., (हिन्दी), एम.कॉम. (व्यावसायिकप्रशासन) एवं पत्रकारिता-जनसंचार में स्नातक। हिन्दी व राजस्थानी में सृजन। पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशन। प्रकाशन : हिन्दी-सच के आसपास, छूटे हुए संदर्भ, जैसे जिनके धनुष, सुनो मुक्तिबोध एवं अन्य कविताएँ (कविता संग्रह) यह मैं ही हूं, हमें तो मालूम न था (लघु नाटक) राजस्थानी-लुकमीचणी, लाडेसर (बाल कविताएं), माटीजूण, दूजो छैड़ो (उपन्यास), हेत रा रंग (कहानी संग्रह), 1084वें री मा, महाश्वेता देवी के चर्चित बांग्ला उपन्यास, केदारनाथ अग्रवाल के साहित्य अकादेमी से पुरस्कृत काव्य संग्रह 'अर्पवा' का राजस्थानी में अनुवाद पुरस्कार-सम्मान : लाडेसर (बाल कविताएं) को राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी का 'जवाहर लाल नेहरू पुरस्कार', हिन्दी कविता संग्रह 'सच के आस-पास' को राजस्थानी साहित्य अकादमी का 'सुमनेश जोशी पुरस्कार' एवं लघुनाटक 'यह मैं ही हूं' जवाहर कला केन्द्र से पुरस्कृत। संप्रति : भारत संचार निगम लिमिटेड के बीकानेर कार्यालय से सेवानिवृत्त।