Sachidanand Sinha

सच्चिदानन्द सिन्हा लेखक छात्र जीवन में ही समाजवादी आंदोलन से जुड़े। प्रारम्भ में मजदूर और किसान आंदोलनों में सक्रिय रहे। पाँच दशक से अधिक से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लिखते रहे हैं। प्रकाशित पुस्तकें हैं : समाजवाद के बढ़ते चरण, जिन्दगी सभ्यता के हाशिये पर, उपभोक्तावादी संस्कृति, भारतीय राष्ट्रीयता और साम्प्रदायिकता, मानव सभ्यता और राष्ट्र-राज्य, नक्सली आंदोलन का वैचारिक संकट, वर्तमान विकास की सीमाएँ, संस्कृति विमर्श। (अंग्रेजी में) द इंटरनल कॉलोनी, सोशलिज्म ऐंड पावर, द बिट्टर हार्वेस्ट, एमरजेंसी इन पर्सपेक्टिव, द परमानेंट क्राइसिस ऑफ इंडिया, केओस ऐंड क्रियेशन, कास्ट सिस्टम मीथ्स रिएलिटी चैलेंज, द ऐडवेंचर्स ऑफ लिबर्टी, कोएलिशन इन पॉलिटिक्स, द अनार्मड प्रोफेट एवं सोशलिज्म : ए मैनिफेस्टो फॉर सर्वाइवल। फिलहाल बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के ग्राम मनिका में रहते हैं।