Author details

Ashok Seksaria
अशोक सेकसरिया छियासठ वर्षीय अशोक सेकसरिया कलकत्ता में रहते हैं। पचास के दशक के अंतिम वर्षों से लेकर साठ के दशक के आरंभिक वर्षों तक 'दैनिक हिंदुस्तान' के संपादकीय विभाग में रहे। इस संग्रह की चार-पाँच कहानियाँ इसी दौर की हैं। अनंतर दिल्ली में ही ओमप्रकाश दीपक के साथ 'जन' मासिक का संपादन। कलकत्ता में 'चौरंगी वार्ता' से जुड़े रहे। किशन पटनायक के संपादन में निकलने वाली 'सामयिक वार्ता' के संपादक-मंडल में हैं। 'दिनमान', 'जन', 'सामयिक वार्ता' आदि में सामाजिक-राजनीतिक-आर्थिक विषयों पर कई लेख टिप्पणियाँ प्रकाशित। सामयिक महत्त्व की सामग्री का अंग्रेज़ी पत्रों से हिंदी में बहुतेरा अनुवाद कार्य भी। कई मित्र-लेखकों की पुस्तकों के लिए संदर्भ सामग्री जुटाने से लेकर उनकी पांडुलिपियाँ/प्रूफ़ पढ़ने की जिम्मेदारी प्रसन्नतापूर्वक उठाने के आग्रही रहे हैं। क्रिकेट समेत अन्य खेलों में दर्शक-पाठक के रूप में दिलचस्पी रही है। संस्कृति, इतिहास, सामाजिक प्रश्नों, राजनीति और जीवन की बहुविध धाराओं में गहरी रुचि है। पिता श्री सीताराम सेकसरिया की डायरियों का दो खंडों में संपादन किया है। ये दोनों खंड ज्ञानपीठ से प्रकाशित हैं। कलकत्ता में ही स्कूली-कालेजी शिक्षा और वहीं पर जीवन का अधिकतर भाग बीता है।