Dwarka Das Harsh

19 अक्टूबर, 1929-7 सितम्बर, 1988 जोधपुर में डी. डी. भासा के नाम से विख्यात प्रो. द्वारका दास हर्ष को प्रो. वी. वी. जॉन 'मूविंग एनसाइक्लोपीडिया' कहा करते थे। इतिहास के गम्भीर अध्येता और अनूठे अध्यापक होने के कारण जोधपुर विश्वविद्यालय के छात्रों में अत्यधिक लोकप्रिय प्रो. डी. डी. हर्ष की रुचि केवल इतिहास तक ही सीमित नहीं थी। धर्म-दर्शन, शिक्षा, साहित्य, समाजशास्त्र, आर्थिक-राजनीतिक चिन्तन, मनोविज्ञान आदि सभी क्षेत्रों में उन का अधिकार और सहज अभिव्यक्ति के कारण वे लगभग चालीस वर्षों तक एक बौद्धिक केन्द्र बने रहे। अन्तरराष्ट्रीय गीता सम्मेलनों में सक्रिय भागीदारी।