Navneeta dev sen

बांग्ला के कविदम्पती नरेन्द्रदेव और राधारानी देवी की एकमात्र सन्तान, कोलकाता में 'भालोबासा' नामक घर में 1938 में जन्म। नवनीता का नामकरण किया था स्वयं कविगुरु रवीन्द्रनाथ ने। बारह वर्ष की उम्र में वे योरोप घूम आई थीं। कोलकाता के प्रेसीडेंसी कालेज से बी. ए. पास करने के बाद जादवपुर विश्वविद्यालय से तुलनात्मक साहित्य में एम. ए. में प्रथम श्रेणी में प्रथम आईं। महान् अर्थशास्त्री और शिक्षाविद् अमर्त्य सेन से विवाह। इनकी दो बेटियाँ हैं। जादवपुर विश्वविद्यालय में तुलनात्मक साहित्य के अध्यापन से अवकाश प्राप्त। पहला काव्यसंग्रह 1958 में प्रकाशित 'प्रथम प्रत्यय'। पहला उपन्यास 1976 में प्रकाशित 'आमि अनुपम'। साहित्य जगत की हर विधा में उनकी कृतियाँ हैं। कहानी, उपन्यास, यात्रावृत्तान्त, निबन्ध, कविता के साथ-साथ उनकी सरस रम्य रचनाओं और हास्य कथाओं ने बांग्ला साहित्य में अपना एक अलग स्थान बनाया है।