Jacques Derrida

ज़ाक देरीद की गिनती रूसो और सार्त्र जैसे फ़्रांस के शीर्ष दार्शनिकों में होती है। जिन्होंने सोचने-समझने के तरीकों को वैश्विक स्तर पर प्रभावित किया। उनका जन्म 15 जुलाई 1930 को अल्जीरिया में हुआ; तब अल्जीरिया फ़्रांस का उपनिवेश था। उन्नीस साल की उम्र में वह फ़्रांस आ गये। उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद देरीद ने कई विश्वविद्यालय में अध्यापन किया। 1966 में जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय में दिये उनके व्याख्यान स्ट्रक्चर, साइन एण्ड प्ले इन द डिस्कोर्स आफ ह्यूमन साइंसेज के साथ उनके दृष्टिकोण और सिद्धांतों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा होने लगी। दुनिया के श्रेष्ठतम विश्वविद्यालय में वह विश्वविद्यालयों में वह विजिटिंग प्रोफेसर रहे और कैम्ब्रिज समेत अनेक विश्वविद्यालयों ने उन्हे मानद डॉक्टरेट देकर सम्मानित किया। 8 अक्टूबर 2004 को पेरिस में उनका निधन हो गया।